उत्तर प्रदेश में हर साल शिक्षकों की भर्ती की जाएगी यह माना गया है। कि शिक्षकों की भर्ती में बहुत ही कमी हो रही है। उत्तर प्रदेश में जिसको देखते हुए शिक्षकों की भर्ती, हर साल कराने का आदेश दिया गया है इसके लिए वार्षिक कैलेंडर भी जारी होंगे और शिक्षकों की शिक्षण कर्मचारियों में वर्ष 2025 तक रिक्त होने वाले पदों का आंकलन जून 2021 में कर लिया जाएगा ऐसा कहना है कि 2021 तक आकलन कर लिया जाएगा और उसके बाद शिक्षकों की भर्ती करनी शुरू हो जाएगी।
शिक्षकों की भर्ती का वार्षिक कैलेंडर किस प्रकार से बनाया जाएगा?
शिक्षकों की भर्ती की अगर मैं बात करूं तो यह बहुत ही सही है जिसमें देखा जा रहा है। कि जितने भी उत्तर प्रदेश के शिक्षक सही बनाए जा रहे हैं बता दें कि 2021 से लेकर के 2022 के प्रारूप में देखा जा रहा है कि वर्तमान में जितने भी शिक्षक कर्मी हुए हैं वह अपनी योग्यता के आधार पर उनका किया जा रहा है क्योंकि जिस तरह की शिक्षा को लेकर के लोगों की मानसिकता एं बदलती जा रही थी। उसको देखते हुए शिक्षा का प्रारूप सही तरीके से लगा दिया।
उत्तर प्रदेश शिक्षक कैसे बनते हैं? शिक्षकों की होगी हड़ताल भर्ती, भर्ती करने का पैटर्न भी बदलेगा और
पाठ्यक्रम में सम समाई का विषय भी शामिल होंगे?
उत्तर प्रदेश में यह देखा जाता है कि शिक्षक कि घोटाले देखने को मिलता है इसका कारण एक ही है कि लोग पैसे देकर अपने परीक्षाओं को कंप्लीट करते हैं और उसके बाद वह जब बच्चों को पढ़ाते हैं। तो उनके तरीके बदल जाते हैं क्योंकि वह एक शिक्षक के लिए नहीं बल्कि वह पैसा कमाने के लिए अध्यापक बनते हैं। जब तक हमारे देश में इस प्रकार की मानसिकता है। बनी रहेंगी तब तक किसी भी प्रदेश का शिक्षा सही नहीं हो सकता है। अगर आपको को शिक्षा देना है तो आपको सही तरीके से देना होगा ताकि आप अपने बच्चों को कर सके।
जिस प्रकार पहले बहुत ही आसानी से शिक्षक बन रहे थे। उस प्रकार से अब शिक्षक नहीं बन पा रहे। आपको योग्यता के आधार पर ही शिक्षा मिलेगी इस बात का आप याद रखिए गा जब तक आप शिक्षित नहीं रहेंगे तब तक आप एक अच्छे शिक्षक नहीं बन सकते हैं इस बात से सिद्ध होता है। कि उत्तर प्रदेश सरकार जितने भी शिक्षित व्यक्ति हैं। पढ़े लिखे हैं जिन्होंने क्वालिफिकेशन अपनी कंप्लीट कर चुकी है पुलिस टॉप उन लोगों के लिए बहुत ही अच्छा रिस्पांस देखने को मिल रहा है।
प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती बढ़ाने का सही कारण क्या है?
अगर मैं अभी उत्तर प्रदेश की बात करूं तो उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की जो संख्या है। वह बच्चों के मुताबिक बहुत ही कम है देखा जा रहा है कि शिक्षक बहुत ही कम है जिससे कि सरकारी स्कूलों में बच्चे जाना पसंद नहीं करते हैं। और वह प्राइवेट स्कूलों का रूप ले रहे हैं इसीलिए देखा जा रहा है कि जैसे ही जैसे गवर्नमेंट का विकास होगा जैसे ही जितने भी सरकारी स्कूले हैं उनको सही शिक्षक मिलेंगे और उसमें जो छात्र होंगे वह अपना नियमित रूप से स्कूल आएंगे सही रूप से पढ़ा जा सके और उन्हें होने वाली समस्याओं का भी पता चल सके।
उत्तर प्रदेश शिक्षकों की भर्ती में गड़बड़ी क्यों?
हम सभी लोग जानते हैं। कि उत्तर प्रदेश की सरकार अपने कामों को ले करके हमेशा चर्चित रहती है।उसी तरह शिक्षकों की भर्ती भी इस साल बहुत ही ज्यादा आने वाली है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि काफी मात्रा में गड़बड़ी देखने के बाद उत्तर प्रदेश की सरकार ने यह निर्णय लिया है। कि जल्द से जल्द इसकी जांच हो और जितने भी शिक्षक भर्ती हुए हैं। उनका दोबारा से जांच किया जाए अगर उसमें कोई भी कमी पाई जाती है। तो उन्हें से उन्हें शिक्षक पद से हटा दिया जाए। ऐसा इसलिए हो रहा है। ताकि किसी भी तरह कि यहां पर परेशानी ना हो और लोग अपना पढ़ाई के बल पर अपनी योग्यता के बल पर शिक्षक बन सके आए दिन हम लोग देखते हैं। कि शिक्षक बनने के लिए योग्यता से ज्यादा पैसे की जरूरत पड़ रही है ऐसा इसलिए क्योंकि यहां पर गड़बड़ी का मामला काफी देखने को मिलता है।
इस पोस्ट का उद्देश्य-
इस आर्टिकल को लिखने का कोई भी उद्देश्य नहीं है। इसमें बताए गए सभी पात्र गलत भी हो सकते हैं। तो आप इसे अन्यथा ना लें अगर आपको यह पसंद आया वह आर्टिकल या कोई कमी दिखाई दे। तो आप मुझे कमेंट कर सकते हैं इसका मेरा उद्देश्य यही है। कि आप किसी जानकारी को किसी ढंग से जान सके यह एक मनगढ़ंत बातें हैं जो कि कुछ समय के लिए है तो इसको आप अपने गलत तरीके से ना लें।
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